नमस्कार मित्रो ,
आज के इस लेख में जानेंगे कि " भारतीय न्याय (दूसरी ) संहिता 2023 की मुख्य धाराएँ के बारें। जैसा कि आप लोग अभी भारतीय दंड संहिता 1860 को पढ़ते आये है , लेकिन अब इसके स्थान पर भारतीय न्याय संहिता 2023 लागु कर दी गयी है , 1 जुलाई 2024 से भारतीय न्याय संहिता के प्रावधान देश में लागु हो गए है , इसी अधिनियम के अंतर्गत अपराधों का संज्ञान लिया जायेगा , जो कार्यवाही होगी इसी अधिनियम के तहत और जो दंड अधिरोपित होंगे इसी अधिनियम के अंतर्गत।
अधिवक्ताओं और न्यायिक परीक्षा अन्य परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को भारतीय न्याय संहिता की मुख्य धाराएँ मालूम होनी चाहिए जो चर्चा में रहती में है।
भारतीय न्याय संहित 2023 की मुख्य धाराएं।
- धारा 63 बलात्संग।
- धारा 70 सामूहिक बलात्संग।
- धारा 75 लैंगिक उत्पीड़न।
- धारा 80 दहेज़ मृत्यु।
- धारा 88 गर्भपात कारित करना।
- धारा 101 हत्या।
- धारा 106 उपेक्षा द्वारा मृत्यु कारित करना।
- धारा 109 हत्या करने का प्रयत्न।
- धारा 113 आतंवादी कृत्य।
- धारा 116 घोर उपहति।
- धारा 124 आलम आदि का प्रयोग करने स्वेच्छया घोर उपहति करना।
- धारा 137 व्यपहरण।
- धरा 138 अपहरण।
- धारा 143 व्यक्ति का दुर्व्यापार।
- धारा 152 भारत की सम्प्रभुता , एकता और अखंडता को खतरे में डालने वाले कार्य।
- धारा 178 सिक्कों , सकारी स्टाम्पों और करेंसी या बैंक नोटों कूटकरण।
- धारा 189 विधिविरुद्ध जमाव।
- धारा 191 बलवा करना।
- धारा 194 दंगा।
- धारा 227 मिथ्या साक्ष्य देना।
- धारा 270 लोक न्यूसेन्स।
- धारा 276 औषिधियों का अपमिश्रण।
- धारा 296 अश्लील कार्य और गाने।
- धारा 298 किसी वर्ग के धर्म का पमाण करने के आशय से उपासना के स्थान को क्षति करना या अपवित्र करना।
- धारा 303 चोरी।
- धारा 304 झपटमारी।
- धारा 309 लूट।
- धारा 310 डकैती।
- धारा 318 छल।
- धारा 324 रिष्टि।
- धारा 329 आपराधिक अतिचार और गृह -अतिचार।
- धारा 351 आपराधिक अभित्रास।
- धारा 356 मानहानि।
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