नमस्कार मित्रों ,
आज के इस लेख में हम जानेंगे कि उपभोक्ता फोरम के शिकायत कैसे दर्ज करे ? कंस्यूमर यानी उपभोक्ता यानी हम आप प्रत्येक व्यक्ति उपभोक्ता है जो किसी वस्तुओं या सेवाओं का उपभोग व् उपयोग करता है। कंस्यूमर के अधिकारों की रक्षा के लिए उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 2016 पारित किया गया , ताकि यदि उपभोक्ताओं के अधिकारों का उल्लंघन हो तो न्यायालय के समक्ष हाजिर हो कर न्याय प्राप्त कर सके।
कब उपभोक्ता को कंस्यूमर फोरम में शिकायत दर्ज करनी पड़ सकती है।
जब कोई उपभोक्ता किसी वस्तुओं या सेवाओं की खरीद करता है , तो ऐसे में उसे उस वस्तुओं और सेवाओं के बारे में पूर्ण जानकारी मांगनी चाहिए और यह प्रत्येक उपभोक्ता का अधिकार है कि वह उस वस्तु व् सेवाओं के बारे में जाने जिसे वह खरीद रहा है।
उपभोक्ता द्वारा सभी सावधानियॉं बरतें के बावजूद भी कभी -कभी उन्हें दिकक्तों का समना करना पड़ता है जैसे कि :-
- ख़रीदे गए वस्तु या से सेवा में त्रुटि होना,
- किसी व्यापारी , व्यवसायी या सेवा प्रदाता की ओर से अनुचित व्यापारिक व्यवहार किया गया है ,
- वस्तुओं या सेवाओं में अंकित मूल्य से अधिक मूल्य लिया जाना ,
- खाद्य या पेय पदार्थ के मिलावटी होने पर ,
- इलेक्ट्रॉनिक सामान से सम्बंधित समस्या होने पर,
- बैंक से सम्बंधित समस्या होने पर ,
- डाक विभाग से सम्बंधित समस्या होने पर,
- बाइक या कार से सम्बंधित समस्या होने पर,
- बीमा पॉलिसी से सम्बंधित समस्या होने पर,
- कृषिक उत्पाद से सम्बंधित समस्या होने पर,
- एयरलाइन से सम्बंधित समस्या होने पर,
- प्रत्येक वस्तुओं या सेवाओं से सम्बंधित समस्या होने पर।
ऑनलाइन उपभोक्ता फोरम के शिकायत कैसे करे ? स्टेप बाय स्टेप प्रक्रिया।
किसी भी उपभोक्ता को किसी भी वस्तुओं या सेवाओं से किसी भी प्रकार की शिकायत होती है , ऐसी शिकायत वस्तुओं या सेवाओं के प्रदाता द्वारा ऐसी समस्या का हल नहीं किया जाता है , तो प्रत्येक उपभोक्ता, उपभोक्ता फोरम में शिकायत दर्ज करने के लिए स्वतंत्र है।
उपभोक्ता फोरम में शिकायत करना बड़ा ही आसान है , क्योकि इसमें आपको कही जाने की आवश्यकता नहीं है आप घर बैठे फ़ोन या लैपटॉप के माध्यम से जरिये इंटरनेट सरकार की अधिकृत वेबसाइट जागो ग्राहक जागो में जाकर शिकायतदर्ज कर सकेंगे।
1. होम पेज :-सबसे पहले उपभोक्ता को सरकार की अधिकृत वेबसाइट जागो ग्राहक जागो में आना होता है।
इस पेज पाए दिख रहे National consumer Helpline पर क्लिक करना होता है। इस पर क्लिक करने पर आपके सामने एक नया पेज खुल कर आएगा।
2. इस पेज पर आपको कई विकल्प मिलेगें शिकायत दर्ज करने के लिए। आप अपनी सुविधा के अनुसार शिकायत दर्ज करने का विकल्प चुन सकते है। हम यहाँ signup वाले विकल्प को चुन रहे है।
जैसे आप signup वाले विकल्प को चुनते है , वैसे ही आपके सामने कुछ ऐसा पेज खुलकर आएगा। अगर आप पहली बार शिकायत दर्ज कर रहे है ,तो आपको पंजीकृत होना होगा। उसके लिए आपको कुछ ऐसा फॉर्म भरना होगा , जो आपको शिकायत दर्ज करने के चरण में मिलेगा।
3. Signup :- पंजीकरण के लिए उपभोक्ता को फॉर्म में मांगी जा रही सभी जानकारियों को सही भरना होता है , यह इसीलिए की जब आप शिकायत करेंगे तो शिकायत सम्बंधित विवरण आपके पंजीकृत मोबाइल पर जरिये मैसेज भेजा जाता है।
4. Login :-एक बार सफलतापूर्वक पंजीकृत होने पर आपको यूजर आईडी व् पासवर्ड मिल जाता है। आप इस यूजर आईडी व् पासवर्ड के जरिये लॉगिन कर सकेंगे।
5. Grievance :- लॉगिन करने के बाद उपभोक्ता के सामने शिकायत दर्ज करने का फॉर्म आएगा उस फॉर्म मांगी जा रही सभी जानकारियों को सही से दर्ज करना होता है।
- Grievance type में शिकायत का प्रकार को भरना होता है , यह पहले से ही लिखा होता है।
- उपभोक्ता को अपना राज्य चुनना होता है,
- उपभोक्ता को अपना शहर चुनना होता है,
- industry में उपभोक्ता को अपने वस्तु या सेवा के अनुसार चुनना होगा , यह ड्राप डाउन मेनू में से दिए गए विकल्प से चुनना होगा।
- Category में उपभोक्ता को वस्तु या सेवा के प्रकार को चुनना होगा ये भी ड्राप डाउन मेनू में दिया होता है
- Company - उपभोक्ता को उस कंपनी का नाम चुनना होगा जिस कंपनी की वह वस्तु है , यदि वह कंपनी लिस्ट में नहीं है तो उसका नाम लिख सकेगा,
- Type and model में उपभोक्ता को वस्तु के अनुसार उसका टाइप और मॉडल चुनना होगा ,
- Date of purchase - उपभोक्ता द्वारा वस्तु को लेने का दिन ,
- under warranty - यदि वस्तु अंडर वारंटी में है तो अंडर वारंटी को चुने,
- amount paid - उपभोक्ता द्वारा अमाउंट पेड है , तो कितना अमाउंट का भुगतान हुआ ,
- IMEI No OR Serial No - उपभोक्ता द्वारा लिए गए वस्तु का जो imei no हो या जो serial no हो दर्ज करे ,
- वस्तु या सेवा का जो भी हो उसका service tag no ,
- वस्तु या सेवा प्रदाता के सर्विस सेण्टर का नाम व् पता ,
- JOB SHEET या WORK ORDER NO , यदि आप सर्विस सेण्टर गए समस्या के सम्बन्ध में तो जॉब शीट या वर्क आर्डर दस्तावेज मिला होगा , उसमे लिखे नंबर को दर्ज करे,
- Grievance या reference नंबर दर्ज करे ,
- Nature of grievance चुने ,
- product value - जो सामान अपने लिया है, उसकी कीमत,
- डीलर का नाम , पता , कांटेक्ट नंबर,
- Grievance details - उपभोक्ता वस्तु या सेवा से सम्बंधित सभी समस्या का विवरण लिखेगा।
- वस्तु से सम्बंधित जो दस्तावेज अपलोड करने हो वह करे।
शिकायत फॉर्म भर जाने के बाद एक बार पुनः जाँच कर ले फिर सबमिट बटन पर क्लिक करके शिकायत जमा कर दे , शिकायत दर्ज होने पर उपभोक्ता को एक डॉकेट नंबर मिल जायेगा। जिससे वह शिकायत की स्थिति को देख सकेगा।
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