घर में चोरी हो जाने पर fir दर्ज करवाने के लिए दी जाने वाली एप्लीकेशन कैसे लिखे ? how to write fir application for theft in house
नमस्कार मित्रों,
आज के इस लेख में हम जानेंगे कि " घर में चोरी हो जाने पर fir दर्ज करवाने के लिए दी जाने वाली एप्लीकेशन कैसे लिखे ? "
अगर किसी भी व्यक्ति के घर में उसकी अनुपस्थिति में चोरी हो जाती है और उसका बहुमल्य कीमती सामान चोर चुरा ले जाता है , तो उसे आर्थिक क्षति के साथ मानसिक क्षति भी होती है। हर व्यक्ति जिसके घर में चोरी होती है , वह यही चाहता है कि जिसने भी चोरी की है वो पकड़ा जाये और सामान वापस मिल जाये और उसे सजा मिले।
लेकिन इसके लिए पीड़ित को पुलिस स्टेशन में चोरी की घटना की रिपोर्ट लिखवानी होगी। रिपोर्ट लिख जाने के बाद पुलिस अन्वेषण यानी इन्वेस्टीगेशन शुरू करती है।
बात आती है कि fir एप्लीकेशन लिखे कैसे ? fir एप्लीकेशन लिखने के इन बातों ध्यान रखकर कोई भी fir लिखे जाने के लिए एप्लीकेशन लिख सकता है।
- चोरी का स्थान,
- चोरी का दिन,
- चोरी का समय ,
- चोरी हुई सम्पति का विवरण ,
- चोरी की घटना की जानकारी कैसे हुई।
इतनी जानकारी होने पर कोई भी fir एप्लीकेशन लिख लेगा।
हम एक उदाहरण के माध्यम से समझेंगे कि चोरी की रिपोर्ट दर्ज करवाने के पुलिस को एप्लीकेशन कैसे लिखे।
घर में चोरी होने पर पुलिस को fir दर्ज करवाने के लिए एप्लीकेशन कैसे लिखे ?
सेवा में,
थाना प्रभारी अध्यक्ष,
कोतवाली नगर,
लखनऊ उत्तर प्रदेश
विषय - प्रार्थना पत्र बाबत घर में चोरी के सम्बन्ध में रिपोर्ट दर्ज किये जाने रिपोर्ट एवं आवशयक कार्यवाही।
महोदय ,
निवेदन है कि प्रार्थी रामदास पुत्र श्यामदास उम्र 32 वर्ष कोतवाली नगर लखनऊ का निवासी है। प्रार्थी आपको सूचित करना चाहता है कि प्रार्थी के घर में माकन का टाला तोड़ कर घर में रखा धन और सामान चोरी हो गया है। जिस समय यह चोरी की घटना हुई प्रार्थी सपरिवार के साथ विवाह समाहरोह में गया था। आज दिन सोमवार शाम के 4 :00 बजे प्रार्थी सपरिवार वैवाहिक कार्यकम से दो दिन बाद घर को आये तो घर की हालत देखी तो घर के मुख्य दरवाजें ताला टूटा हुआ था घर का सारा सामान अपनी स्थान से अस्त व्यस्त पड़ा हुआ था अलमारी का पल्ला कटा था और अलमारी में रखे कीमती सामान नहीं था। चोरी हुए सामान का विवरण इस प्रकार से है :-
- 2 सोने की चैन,
- 2 जोड़ी पायल ,
- 2 अंगूठी ,
- कपडे ,
- बर्तन,
- घड़ी ,
- टेलीविज़न ,
- मोटर साइकिल।
दिनाँक प्रार्थी
नोट :- उपरोक्त fir application एक नूमना है। आपको अपनी घटना के अनुसार विवरण लिखना होगा।
थाने का पता, पीड़ित का नाम , पता ये सब अपने हिसाब से लिखना होता है।
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