www.lawyerguruji.com
नमस्कार मित्रों,
आज के इस लेख में हम जानेंगें कि मानसिक रोग क्या है और मानसिक रोग के लक्षण क्या है ? अगर आपको भी एक सफल अधिवक्ता बनना है , तो जितना हो सके विधिक ज्ञान प्राप्त करते रहे।
मानसिक रोग जो की स्वस्थ व्यक्ति की मनो दशा को इस सीमा तक क्षीण कर देता है कि वह अपने द्वारा किये गए कृत्य को समझने और सोचने में असमर्थ हो जाता है।
मानसिक रोग को लेकर आपके मन कई सवाल उठ रहे होंगे जैसे कि :
1. मानसिक रोग क्या है ?
2. मानसिक रोग के लक्षण ?
इन सभी को विस्तार से जाने।
1. मानसिक रोग क्या है ?
मानसिक रोग एक ऐसा मस्तिक रोग है जिसमे मस्तिक रोग से ग्रसित व्यक्ति की मन की दशा इस हद तक क्षीण हो जाती है कि वह अपने द्वारा किये गए या किये जा रहे कार्य की प्रकृति को सही और गलत समझने में असमर्थ हो जाता है। क्योकि किसी भी कार्य के उसकी प्रकृति अच्छी या बुरी है , समझने के लिए एक स्वस्थ मस्तिक का होना अति आवश्यक है।
मानसिक रोग से ग्रसित व्यक्ति ऐसी स्थिति में आ जाता है , जिसमे व्यक्ति सोच, संवेग,संज्ञान, व्यव्हार में विकृति आ जाने के कारण से परिवर्तन हो जाता है।
2. मानसिक रोग के लक्षण क्या है ?
मानसिक रोग के लक्षणों की पहचान मानसिक रोग से ग्रसित व्यक्ति के आचरण , व्यव्हार , कार्य और अन्य कारकों से पहचाना जा सकता है। ऐसे ही मानसिक रोग के कुछ लक्षण है :-
- स्वयं से बातें करना , हँसना, बुदबुदाना, तथा विचित्र व्यव्हार करना।
- अत्याधिक चिड़चिड़ापन, गुस्सा, अनिंद्रा, कामकाज में कमी, मन नहीं लगना।
- बेवजह उत्तेजना, मारपीट,तोड़ -फोड़ करना आदि आक्रामक व् उग्र लक्षण।
- अनिंद्रा, सरदर्द,बेवजह थकान, बिना मानसिक रोग के हाथ पैर सुन्न होना आदि।
- उदासी, अकेलापन, रूचि में कमी आत्महत्या करने के विचार आना व् कोशिश करना।
- बेवजह हँसना, गाना गाना, नाचना, जरुरत से ज्यादा बोलना,अत्यधिक पैसे खर्च /दान पुण्य करना, औकात से बढ़के बड़ी-बड़ी बातें करना, चिड़चिड़ापन , क्रोध में रहना।
- बेवजह शक करना,अनुपस्थिति आवाजें सुनाई देना, चीजों और मनुष्यों को महसूस करना, देखना,व् सुनना।
- रोजमर्रा के जीवन में शामिल स्थिति व् वस्तुओं से अत्याधिक डर जैसे कि गहरा पानी,ऊचांई ,भीड़, जानवर,लिफ्ट, हवाई -जहाज, बीमार होने का डर इत्यादि।
- घबराहट,बैचेनी, एक विचारों का बार बार आना,विचारों पर नियंत्रण न होना, एक ही कार्य को बार बार दोहराना,जैसे कि बार बार हाथ पैर धोना, सफाई करना आदि।
- ऊपरी शक्ति का प्रभाव महसूस करना, खेलना,खुद को किसी और के नाम से पुकारना आदि।
- वैवाहिक जीवन में कटुता सेक्स सम्बन्धी समस्याएँ आदि।
- नशे की लत पड़ना जैसे कि शराब, गांजा,भांग,अफीम आदि।
No comments:
lawyer guruji ब्लॉग में आने के लिए और यहाँ पर दिए गए लेख को पढ़ने के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद, यदि आपके मन किसी भी प्रकार उचित सवाल है जिसका आप जवाब जानना चाह रहे है, तो यह आप कमेंट बॉक्स में लिख कर पूछ सकते है।
नोट:- लिंक, यूआरएल और आदि साझा करने के लिए ही टिप्पणी न करें।