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नमस्कार मित्रों,
आज के इस लेख में "साइबर सेफ्टी टिप्स " बताने जा रहा हूँ कि " ऑनलाइन गेमिंग में साइबर क्राइम के शिकार "होने से कैसे बचे ?
गेम खेलना किसे अच्छा नहीं लगता, यह गेम चाहे घर में बैठ कर ऑनलाइन खेला जाये या बाहर मैदान में। लेकिन ऑनलाइन गेमिंग का चलन विश्वभर में बहुत तेजी से बढ़ रहा है। ऑनलाइन गेम बच्चों से लेकर बूढ़ो तक खेला जा रहा है, क्योकि इसमें शारीरिक गतिविधियों की आवश्यकता नहीं होती। आप घर में बैठे -बैठे ऑनलाइन या ऑफलाइन गेम अपने मोबाइल व् लैपटॉप या टेबलेट जैसी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट में बड़ी आसानी से खेल सकते है।
कई बड़ी गेमिंग कंपनियों ने गेम को मोबाइल,टेबलेट और लैपटॉप जैसे प्लेटफार्म में खलेने के लिए वैसे ही उनका रूप बना दिया ताकि आसानी से खेला जा सके।
देश की लगभग प्रतिशत जनसँख्या ऑनलाइन गेम खले रही है, लेकिन क्या ऑनलाइन गेमिंग को लेकर सावधान है या नहीं ?
इस लेख में ऑनलाइन गेम खलेने को लेकर साइबर सेफ्टी टिप्स के बारे में बताने जा रहा हु, इसको हम विस्तार से समझेंगे।
ऑनलाइन गेमिंग क्या है ?
ऑनलाइन गेमिंग को समझने के लिए पहले इसके अर्थ को समझना होगा। यहाँ ऑनलाइन और गेमिंग दो शब्द है। ऑनलाइन से मतलब इंटरनेट, कंप्यूटर, मोबाइल अन्य योग्य इलेक्ट्रॉनिक संसाधन व् गेमिंग से मतलब खेल खलेना।जब गेम ऑनलाइन इंटरनेट के जरिये मोबाइल ,टेबलेट या लैपटॉप में खेला जाने लगे तो, इसे ऑनलाइन गेमिंग कहा जायेगा।
- ऑनलाइन गेमिंग के लिए स्मार्ट फ़ोन या लैपटॉप,टेबलेट का होना जरुरी है।
- ऑनलाइन गेमिंग के लिए इंटरनेट का होना आवश्यक है।
- ऑनलाइन गेमिंग में विश्व में किसी के साथ गेम खेल सकते है, यह गेम पर निर्भर करता है।
साइबर क्राइम के शिकार होने से बचने के लिए ऑनलाइन गेमिंग के समय ध्यान रखने वाली बातें।
1. किस अकाउंट से लॉगिन करे।
ऑनलाइन गेम के लिए गेम डेवलपर द्वारा गेम खेलने के लिए लॉगिन करने को लेकर दो विकल्प दिए जाते है।
- सोशल मीडिया लॉगिन,
- गेस्ट लॉगिन।
जब आप किसी भी ऑनलाइन गेम को अपने स्मार्टफोन में डाउनलोड करते है, तो ओपन करने पर लॉगिन करने के लिए आता है, तो ऐसे में आपके उपरोक्त दो विकल्प होते है।
1यदि आप गेस्ट के रूप में लॉगिन करते है, तो आपसे नाम और उम्र के सिवा किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं मांगी जाएगी।
2. यदि आप सोशल अकाउंट से लॉगिन कर गेम खेलना चाहेंगे तो आपको उस सोशल अकाउंट से लॉगिन करना होगा जिसका मतलब यह कि :-
- यूजर नाम और पासवर्ड से लॉगिन करना होता है,
- ऐसे में आपका सोशल अकाउंट गेम से लिंक हो जाता है,
- गेम डेवलपर सोशल अकाउंट में आपकी निजी जानकारी को देख सकते है, क्योकि जब आप सोशल अकाउंट से लॉगिन करते है, तो गेम आपसे आपकी निजी जानकारी के सम्बन्ध में अनुमति मांगता है ,
- आपके स्मार्टफोन के कैमरा, गैलरी, वॉइस रिकॉर्ड व् स्टोरेज पर प्रवेश करने की अनुमति मांगता है, और आप गेम के चक्कर में अनुमति दे देते है।
अब निर्णय आपको लेना है कि ऑनलाइन गेमिंग के लिए किस अकाउंट से लॉगिन करना है।
2. ऑनलाइन गेमिंग में चैट करते समय ध्यान दे।
अब आज कल प्रत्येक सभी ऑनलाइन गेम में चैट का भी विकल्प दिया रहता है, यह चैट आप सन्देश लिखकर व् बोल कर भी चैट कर सकते है। यानी एक खिलाडी अपनी अभिव्यक्ति दूसरे खिलाडियों तक पंहुचा सकता है, लेकिन चैट के समय ध्यान देने वाली मुख्य बात यह है कि :-
- कभी भी अपनी निजी जानकारी एक दूसरे से साँझा न करे,
- अपने सोशल अकाउंट की यूजर आई ० डी ० न दे,
- यदि किसी भी प्रकार से या भावुकता से पैसे मांगे जाये, तोतो कोई जवाब न दे,
- यदि कोई आपत्तिजनक सन्देश भेजे तो उसे तुरंत ब्लॉक करे,
- यदि कोई बढकाऊ सन्देश भेजे तो तुरंत उसे ब्लॉक करे,
- ऑनलाइन गेमिंग में किसी पर भी अंध विश्वास न करे,
- ऑनलाइन गेम में मिलने वाले वर्चुअल उपहार के लालच में अपना मोबाइल नंबर, जीमेल आई० डी० न दे ,
- ऑनलाइन गेम में विपक्षी खिलाडी द्वारा बताई गयी किसी भी वेबसाइट या लिंक को ओपन न करे,
- ऑनलाइन गेमिंग के दौरान किसी भी खिलाडी से मित्रता व् नजदीकियाँ न बनाये।
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