आज के इस लेख में आप सभी को क्रिमिनल मुकदमो में दिए जाने वाली "स्टेट केस में अभियुक्त की तरफ से हाजिरी माफ़ी प्रार्थना पत्र" कैसे लिखा जाये। अगर आप क्रिमिनल की वकालत करने की सोच रहे है तो आपको क्रिमिनल मुकदमो में होने वाली कार्यवाहियों में लगने वाली सभी प्रकार के प्रार्थना पत्र लिखने आने चाहिए, क्योकि वकालत करने की पहली सीढ़ी यही है कि आपको न्यायिक कार्यवाही के अंतर्गत लिखी जाने वाली प्रार्थना कैसे लिखी जाये ये मालूम होना ही चाहिए।
तो चलिए इसको विस्तार से जाने।
हाजिरी माफ़ी क्या है और किस धारा में इसका प्रावधान दिया गया है ?
हाजिरी माफ़ी प्रार्थना पत्र कैसे लिखे ?
इनको विस्तार से जाने।
1. हाजिरी माफ़ी प्रार्थना पत्र क्या है व् किस धारा में इसका प्रावधान दिया गया है ?
क्रिमिनल मुकदमों की कार्यवाही के दौरान अभियुत्क यदि अपने मुक़दमे की नियत तारीख पेशी में न्यायालय के समक्ष मुक़दमे की कार्यवाही के लिए किन्ही उचित व् पर्याप्त कारण होने की वजह उपस्थित नहीं हो पाता है, तो जरिये अधिवक्ता हाजिरी माफ़ी प्रार्थना पत्र न्यायालय समक्ष प्रस्तुत कर अपनी अनुपस्थित के लिए न्यायालय से माफ़ी मांग कर अगली नियत तारीख पेशी में हाजिर होने की प्रार्थना करता है। यह हाजिरी माफ़ी प्रार्थना पत्र अभियुक्त के विद्वान अधिवक्ता द्वारा न्यायालय के समक्ष दी जाती है।
दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 205 के अंतर्गत मजिस्ट्रेट अभियुक्त की व्यक्तिगत हाजिरी से अभिमुक्ति दे सकेगा, यानी जब मजिस्ट्रेट किसी अपराध में शामिल किसी अभियुत्क को न्यायालय के समक्ष हाजिर होने के लिए समन जारी करता है, कि अभियुक्त नियत तिथि को मजिस्ट्रेट न्यायालय के समक्ष हाजिर हो, लेकिन किन्ही उचित व् पर्याप्त कारणों से अभियुक्त उपस्थित नहीं हो पाता है , तो ऐसे में अनुपस्थिति के उचित कारण लिखित हाजिरी माफ़ी प्रार्थना पत्र के जरिये बताये जाते है तब मजिस्ट्रेट को उचित लगता है तो वह अभियुक्त की व्यक्तिगत हाजिरी से उसे अभिमुक्त कर सकता है और अपने अधिवक्ता द्वारा हाजिर होने के लिए अनुमति दे सकता है।
हाजिरी माफ़ी प्रार्थना पत्र लिखने से पहले ध्यान देने वाली बात।
जिस न्यायालय में मुकदमा विचाराधीन है उस न्यायालय का नाम ,
स्टेट केस है या कंप्लेंट केस,
जिस मुक़दमे में दिया जाना है उस मुक़दमे में अभियुक्त का नाम क्या है,
अभियुक्त पर किन किन धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है ,
मुकदमा / वाद संख्या क्या है ,
थाना कौन है,
जिला।
ये सब मालूम होने चाहिए।
क्रिमिनल मुक़दमे / वाद में लिखी जाने वाली हाजिरी माफ़ी कैसे लिखे।
न्ययायलय श्रीमान जे ० एम० द्वितीय कोर्ट न०...............................................
शासन
बनाम
अभियुक्त ( अभियुक्त का नाम )
वाद० संख्या ० -
अंतर्गत धारा -
थाना -
जिला -
प्रार्थना पत्र बाबत हाजिरी माफ़ी
महोदय,
निवेदन है कि वाद उपरोक्त में प्रार्थी / अभियुक्त ( अभियुक्त का नाम ) बीमार / अस्वस्थ होने के कारण आज न्यायालय नहीं आ सका है। न्याय हित में आज की हाजिरी माफ़ किया जाना आवश्यक है।
अतः श्रीमान जी से प्रार्थना है कि प्रार्थी / अभियुक्त ( अभियुक्त का नाम ) की आज की हाजिरी माफी जरिये अधिवक्ता माफ़ किये जाने की कृपा की जाये।
lawyer guruji ब्लॉग में आने के लिए और यहाँ पर दिए गए लेख को पढ़ने के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद, यदि आपके मन किसी भी प्रकार उचित सवाल है जिसका आप जवाब जानना चाह रहे है, तो यह आप कमेंट बॉक्स में लिख कर पूछ सकते है।
नोट:- लिंक, यूआरएल और आदि साझा करने के लिए ही टिप्पणी न करें।
Thanks sir .. your guidance is very important for new Advocates
ReplyDelete