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नमस्कार मित्रों,
आज के इस लेख में आप सभी को साइबर सुरक्षा के बारे में बताने जा रहा हु जहाँ आज हम आपको यह बताएँगे कि " अपने मोबाइल फ़ोन को एक सुरक्षित ढंग से कैसे इस्तेमाल करे कि साइबर अपराधियों के शिकार होने से बचे।
आज लगभग देश की 90 प्रतिशत जनसँख्या जिसमे बच्चे हो या बूढ़े, महिला हो या पुरुष सभी के पास अपना निजी स्मार्टफोन है व् वे इसका बखूबी इस्तेमाल कर रहे। यह इस्तेमाल चाहे :-
- मनोरंजन,
- ऑनलाइन खरीदारी,
- ऑनलाइन पढाई,
- ऑनलाइन खाना मंगवाना,
- ऑनलाइन अन्य किसी को पैसे ट्रांसफर करना,
- अन्य ऑनलाइन सभी कार्य।
तो चलिए आज के इस लेख में विस्तार से जाने :-
साइबर हमले से बचने के लिए मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल कैसे करे।
देश की 90 प्रतिशत जनसँख्या मोबाइल में वो भी स्मार्ट फ़ोन का इस्तेमाल कर रही है लेकिन अधिकतर लोगो को यह नहीं मालूम की एक सुरक्षित ढंग से मोबाइल का इस्तेमाल कैसे करे।
तो आइये मोबाइल सुरक्षा टिप्स के बारे में अधिक और विस्तार से जाने।
1. मोबाइल फ़ोन पर पासवर्ड लगाए -
जब भी आप कभी नया फ़ोन ले या पहले से ही आपके पास फ़ोन हो तो उस पर पिन लॉक, पैटर्न लॉक या फेस लॉक, जैसा भी फ़ोन में लॉक का सिस्टम दिया हो उसका उपयोग कर फ़ोन को लॉक जरूर रखे। कई लोगो का सोचना है की फ़ोन लॉक से क्या फायदा है तो आज में आप सभी को बता दू कि फ़ोन लॉक होने से केवल आप ही उसको अनलॉक कर पाएंगे न की अन्य कोई दूसरा व्यक्ति। फ़ोन में लॉक सिस्टम से फायदा क्या है वो जान ले :-
- फ़ोन लॉक सिस्टम से आपके सिवा कोई अन्य व्यक्ति उसका उपयोग नहीं कर सकता है,
- फ़ोन लॉक सिस्टम फ़ोन के चोरी या खो जाने पर आपके फ़ोन पर स्टोर डाटा को सुरक्षित रखता है,
- फ़ोन लॉक सिस्टम फ़ोन में इनस्टॉल पैमेंट ऐप को किसी अन्य व्यक्ति के द्वारा इस्तेमाल किये जाने से सुरक्षित रखता है,
- यदि आप अपने फ़ोन को पिन या पासवर्ड के जरिये लॉक रखते है, तो महीने दो महीने मे पिन और पासवर्ड को बदलते रहे।
2. लाइसेंस प्राप्त या विश्वसनीय ऐप या सॉफ्टवेयर का ही इस्तेमाल करे।
जब भी नया फ़ोन ले या पहले से ही फ़ोन हो तो उस पर हमेसा फ़ोन पर दिए गए ऐप स्टोर से विश्वसनीय ऐप को ही इंसटाल करे। यदि आप थर्डपार्टी ऐप यानि जो ऐप ऐप स्टोर पर नहीं होती उसको इंसटाल करना है तो हमेसा लाइसेंस प्राप्त ही ऐप को इंसटाल कर इस्तेमाल करे। हालाँकि थर्ड पार्टी ऐप केवल एंड्राइड फ़ोन पर ही इंसटाल सकती है। आइओऍस यानि एप्पल के फ़ोन में ऐप केवल एप्पल स्टोर से ही इंसटाल हो सकती है। लाइसेंस प्राप्त व् ऐप स्टोर से विश्वसनीय ऐप डाउनलोड कर इंसटाल करने के फायदे।
- लाइसेंस प्राप्त व् ऐप स्टोर से ऐप डाउनलोड करने पर किसी भी प्रकार का कोई वायरस का खतरा नहीं रहता है।
- यदि आप बिना लाइसेंस या अविश्वसनीय ऐप को डाउनलोड कर इस्तेमाल करते है तो हो सकता है कि हैकर द्वारा उस ऐप में किसी वायरस को प्रोग्राम किये हो और आपका फ़ोन हैक हो जाये जिसपर उनका पुर नियन्त्र हो।
- समय समय पर फ़ोन पर इंसटाल ऐप को अपडेट करते रहे, ताकि किसी भी प्रकार का को बग ऐप में हो तो वह अपडेट के जरिये दूर हो जाये।
- ऐप को डाउनलोड करते समय ऐप की प्राइवेसी पॉलिसी क्या है, आपके किस डाटा को एक्सेस करने की अनुमति मांग रहा है या अन्य आवश्यक बातें अवश्य पढ़ ले।
3. बैंक से सम्बंधित जानकारी फ़ोन में न रखे।
जब भी नया फ़ोन ले या पहले से रखा फ़ोन हो तो उसमे कभी भी अपने बैंक से सम्बंधित संवेदनशील जानकारी कभी भी भूल कर सेव न करे। यदि आपका फ़ोन किसी अन्य गलत व्यक्ति के हाथ में पड़ गया या चोरी हो गया या खो गया या किसी हैकर द्वारा हैक कर लिए गया तो आपको भारी आर्थिक हानि हो सकती है। बैंक सम्बंधित संवेदनशील जानकारी जो फ़ोन पर सेव न करे जैसे कि:-
जब भी नया फ़ोन ले या पहले से रखा फ़ोन हो तो उसमे कभी भी अपने बैंक से सम्बंधित संवेदनशील जानकारी कभी भी भूल कर सेव न करे। यदि आपका फ़ोन किसी अन्य गलत व्यक्ति के हाथ में पड़ गया या चोरी हो गया या खो गया या किसी हैकर द्वारा हैक कर लिए गया तो आपको भारी आर्थिक हानि हो सकती है। बैंक सम्बंधित संवेदनशील जानकारी जो फ़ोन पर सेव न करे जैसे कि:-
- फ़ोन में बैंक का अकाउंट नंबर सेव न करे,
- फ़ोन में इंटरनेट बैंकिंग की यूजर आईडी व् पासवर्ड सेव न करे,
- फ़ोन में क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड से सम्बंधित कोई जानकारी सेव न करे,
4. एंटी वायरस का इस्तेमाल करे।
फ़ोन में लाइसेंस प्राप्त एंटीवायरस का उपयोग करे ताकि ये आपके फ़ोन की कई तरह से सुरक्षा करे जैसे कि:-
फ़ोन में लाइसेंस प्राप्त एंटीवायरस का उपयोग करे ताकि ये आपके फ़ोन की कई तरह से सुरक्षा करे जैसे कि:-
- एंटीवायरस फ़ोन में इंटरनेट के माध्यम से डाउनलोड होने वाले डाटा में मौजूद वायरस को स्कैन कर डिलीट कर देता है,
- एंटीवायरस से समय-समय पर फ़ोन को स्कैन करते रहे ताकि फ़ोन में यदि कोई वायरस आ भी जाता है तो स्कैन होने पर डिलीट हो जाये।
5. सार्वजानिक स्थान पर WiFi का इस्तेमाल न करे।
सार्वजानिक स्थान पर मौजूद वाईफाई का इस्तेमाल न करे क्योकि हो सकता है कि कोई व्यक्ति यानी हैकर आपके फ़ोन को हैक कर आपके डाटा को चुरा सकता है या अन्य कोई आपराधिक गतिविधि को अंजाम दे सकता है जैसे कि :-
सार्वजानिक स्थान पर मौजूद वाईफाई का इस्तेमाल न करे क्योकि हो सकता है कि कोई व्यक्ति यानी हैकर आपके फ़ोन को हैक कर आपके डाटा को चुरा सकता है या अन्य कोई आपराधिक गतिविधि को अंजाम दे सकता है जैसे कि :-
- फ़ोन हैक कर हैकर द्वारा किसी अन्य को धमकी भरे सन्देश, अशलील चित्र व् वीडियो भेजना,
- फ़ोन हैक कर किसी व्यक्ति से फिरौती की मांग करना,
- फ़ोन हैक कर किसी को ब्लैकमेल करना आदि।
6. अनचाहे संदेश या ईमेल को न खोले।
जब कभी भी आपके फ़ोन पर कोई ऐसे अनचाहे सन्देश आये जिसके स्त्रोत के बारे में आपको कोई भी ज्ञान व् जानकारी न हो तो भूल कर भी ऐसे सन्देश को खोल कर पढ़ने की इच्छा न करे ऐसा इस लिए कि इन संदेशों व् ईमेल पर ऐसे लिंक व् अटैचमेंट हो सकते है जिनके खोलने पर आपका फ़ोन हैक हो सकता है जिसका परिणाम आपको आर्थिक हानि हो सकती है। अनचाहे सन्देश जैसे कि :-
जब कभी भी आपके फ़ोन पर कोई ऐसे अनचाहे सन्देश आये जिसके स्त्रोत के बारे में आपको कोई भी ज्ञान व् जानकारी न हो तो भूल कर भी ऐसे सन्देश को खोल कर पढ़ने की इच्छा न करे ऐसा इस लिए कि इन संदेशों व् ईमेल पर ऐसे लिंक व् अटैचमेंट हो सकते है जिनके खोलने पर आपका फ़ोन हैक हो सकता है जिसका परिणाम आपको आर्थिक हानि हो सकती है। अनचाहे सन्देश जैसे कि :-
- लाटरी सम्बंधित सन्देश,
- कॉलर ट्यून सम्बंधित सन्देश,
- अनचाहे जॉब सम्बंधित सन्देश,
- अनचाहे सरकारी योजनाओं सम्बंधित सन्देश,
7. इंटरनेट का इस्तेमाल सावधानीपूर्वक करे।
जब कभी भी मोबाइल फ़ोन पर इंटरनेट का इस्तेमाल करे या ब्राउज़िंग करे तो सावधानी जरूर बरते कि :-
जब कभी भी मोबाइल फ़ोन पर इंटरनेट का इस्तेमाल करे या ब्राउज़िंग करे तो सावधानी जरूर बरते कि :-
- क्रोम व् सफारी पर किसी भी वेबसाइट को खोलने से पहले उसके यूआरएल की जाँच अवश्य करे,
- वेबसाइट पर फ्री में मिलने वाले पेड सॉफ्टवेयर को डाउनलोड न करे,
- इंटरनेट पर किसी भी अविश्वसनीय वेबसाइट को न खोले।
8. सोशल नेटवर्किंग साइट का सावधानीपूर्वक उपयोग करे।
आज कल ऐसा एक कोई भी व्यक्ति नहीं होगा जो कि सोशल नेटवर्किंग साइट का इस्तेमाल न करता हो जैसे कि:-
आज कल ऐसा एक कोई भी व्यक्ति नहीं होगा जो कि सोशल नेटवर्किंग साइट का इस्तेमाल न करता हो जैसे कि:-
- फेसबुक,
- इंस्टाग्राम,
- व्हाट्सऐप,
- ट्विटर,
- अन्य सोशल साइट।
- सोशल नेटवर्किंग साइट पर किसी अन्य अनजान व्यक्ति की वो चाहे महिला हो या पुरुष न रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करे,
- सोशल नेटवर्किंग साइट पर अनजान व्यक्ति के सन्देश न जवाब न दे,
- सोशल नेटवर्किंग साइट पर प्राइवेसी का पूर्ण रूप से उपयोग करे,
- सोशल नेटवर्किंग साइट न अनजान व्यक्ति के द्वारा पैसे मांगे जाने पर जवाब न दे,
9. मोबाइल फ़ोन सॉफ्टवेयर व् ऐप को अपडेट करते रहे।
मोबाइल फ़ोन के सॉफ्टवेयर व् उनमे इंसटाल ऐप को समय समय पर अपडेट करते रहे ताकि फ़ोन में आने वाले नए सिक्योरिटी पैच आपके मोइबल फ़ोन पर अपडेट हो जाये व् ऐप में मौजूदा कोई बग हो से सही हो जाये।
10. मोबाइल फ़ोन खो या चोरी हो जाने पर एफआईआर दर्ज कराये व् अपने टेलीकॉम को सूचना दे।
जब भी कभी आपका मोबाइल फ़ोन खो या चोरी तो ऐसे तत्काल ऑनलाइन या थाने में जाकर मोबाइल फ़ोन खो या चोरी हो जाने की सूचना देकर रिपोर्ट अवश्य दर्ज कराये व् उसकी एक कॉपी अवश्य प्राप्त करे। एफआईआर दर्ज होते ही अपने टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर को फ़ोन कर मोबाइल खो या चोरी हो जाने की सूचना अवश्य दे ताकि आपके मोबाइल पर लगे सिम कार्ड को ब्लॉक किया जा सके। टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर को सूचना देना इसलिए आवश्यक है क्योकि :-
जब भी कभी आपका मोबाइल फ़ोन खो या चोरी तो ऐसे तत्काल ऑनलाइन या थाने में जाकर मोबाइल फ़ोन खो या चोरी हो जाने की सूचना देकर रिपोर्ट अवश्य दर्ज कराये व् उसकी एक कॉपी अवश्य प्राप्त करे। एफआईआर दर्ज होते ही अपने टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर को फ़ोन कर मोबाइल खो या चोरी हो जाने की सूचना अवश्य दे ताकि आपके मोबाइल पर लगे सिम कार्ड को ब्लॉक किया जा सके। टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर को सूचना देना इसलिए आवश्यक है क्योकि :-
- कई टेलीकॉम कंपनी द्वारा उसकी स्वयं की पेमेंट ऐप है जिनका हर व्यक्ति इस्तेमाल कर रहा है, जैसे कि airtel payment bank व् अन्य जैसा टेलीकॉम कंपनी की पेमेंट ऐप हो,
- मोबाइल फ़ोन खो या चोरी हो जाने पर आपका बैंक अकाउंट खतरे में पड़ सकता है क्योकि कई लोग अपने बैंक सम्बंधित जानकारी फ़ोन में रखते है जो कि नहीं रखनी चाहिए,
- टेलीकॉम कंपनी को फ़ोन के खो जाने या चोरी हो जाने पर सिम को ब्लॉक कराया जा सकता है ताकि कोई दुरूपयोग।
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