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क्या है साइबर बुलिंग और इस साइबर बुलिंग से कैसे बचा जाये ? what is cyberbullying and how to avoid cyber bullying ?

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नमस्कार दोसतो, 
आज के इस लेख में आप सभी को "साइबर बुलिंग " के बारे में बताने जा रहा हु कि क्या है साइबर बुलिंग और इस साइबर बुलिंग से कैसे बचा जाये ? साइबर बुलिंग भी साइबर अपराधों की ही श्रेणी में आता है, अक्सर ऐसे अपराध बच्चों और नवयुवकों के द्वारा किया जाता है और किया जा रहा है। साइबर बुलिंग का मतलब है की किसी व्यक्ति को अपशब्द बोलना, भयभीत कर या धमका कर काम करवाना या धोंसियाना। 

क्या है साइबर बुलिंग और इस साइबर बुलिंग से कैसे बचा जाये ?  what cyber bullying and how to avoid cyber bullying ?
साइबर बुलिंग क्या है ?
साइबर मतलब की इंटरनेट कम्पुयटर, मोबाइल टेक्नोलॉजी और बुलिंग का मतलब परेशान करना, भयभीत करना, धोंसियाना, डराना धमकाना या डरा धमका कर काम करवाना। जब साइबर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किसी व्यक्ति को बुली करने में किया जाता है तो साइबर बुलिंग कहा जाता है। 
  1. किसी को असभ्य, घटिया और तकलीफदेह सन्देश भेजना। 
  2. सोशल नेटवर्किंग साइट पर असभ्य और घटिया टिपण्णियां करना। 
  3. किसी को चित्र, वीडियो जैसी सामग्री भेज कर जानबूझकर तंग करना और डराना। 
  4. साइबर बुली द्वारा अन्य किसी को डराने धमकाने के लिए घटिया सन्देश, चित्र और वीडियो भेजना। 
  5. सोशल नेटवर्किंग साइट के चैटरूम का  इस्तेमाल कर लोगो को परेशान करना, भयभीत करना और धोंसियाना। 
साइबर बुलिंग का बुरा प्रभाव बच्चों के जीवन पर पड़ता है खास कर उनके शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक रूप से भी बुरा प्रभवा पड़ता है।  

साइबर बुलिंग करने वाले होते कौन है ?
साइबर बुलिंग करने वाले व्यक्ति की पहचान शुरुवात में तो नहीं होती पर ये जानकार और अनजान व्यक्ति भी हो सकते है जैसे :-
  1. मित्र,
  2. रिश्तेदार,
  3. सोशल नेटवर्किंग के जरिये हुई जान पहचान,
  4. ऑनलाइन गेम खेलते समय जान पहचान होना ,
स्मार्टफ़ोन्स में ऐसे कई ऑनलाइन गेम उपलब्ध है जिसमे खलते समय आप अपने विपक्षी से चैट कर सकते है, और इन गेम को खेलने के लिए आपको लॉगिन भी करना होता जिसमे आप फेसबुक से लॉगिन करते है या तो नया अकाउंट बनाते है।  लेकिन गेम खेलने की उत्सुकता के कारण फेसबुक से ही लॉगिन कर खेलने लगते है और चैट के दौरान आपकी फेसबुक  आई डी भी सो होती है।  जो की एक साइबर बुलिंग का एक कारण होता है। 

साइबर बुलिंग की शुरुवात कैसे होती है और साइबर बुलिंग के शिकार होने से कैसे बचा जाये।  
  1. आज के इस आधुनिक युग में ऐसा कोई भी एक व्यक्ति नहीं है जो की सोशल नेटवर्किंग साइट से जुड़ा न हो, यदि नहीं जुड़े तो जुड़ रहे है। अनजान व्यक्तियों की आने वाली फ्रेंड्स रिक़्वेस्ट को स्वीकार कर लेते है ऐसी गलती हमे नहीं करनी चाहिए अनजान व्यक्तियों से न जुड़े केवल उन्ही से जुड़े जिनको आप अच्छी तरह से जानते है और जिनसे आप मिलते जुलते रहते है। 
  2. सोशल नेटवर्किंग के इस्तेमाल करने का सही ज्ञान न होना भी साइबर बुलिंग का मुख्य कारण हो सकता है, अघिकतर कई लोग अपनी निजी जानकारी को सोशल नेटवर्किंग साइट पर डाल देते है जैसे :- अपनी जन्म तिथि, निवास स्थान का पता, अपना फ़ोन नंबर और अन्य निजी जानकारियाँ। आप सभी को में एक यही राय दूंगा कि अपनी निजी जानकारियों को सार्वजानिक न बनाये। 
  3. सोशल नेटवर्किंग साइट का इस्तेमाल करते वक़्त प्राइवेसी लगा के रखिये ताकि आपके द्वारा किये गए पोस्ट, पोस्ट किये गए चित्र केवल आप और आपसे जुड़े मित्रो तक ही सिमित रहे इन सबको पब्लिक न करे। 
  4. सोशल नेटवर्किंग साइट पर कॉमनेट करते समय अपनी निजी जानकारियों को न डाले जैसे कि अपना फ़ोन नंबर, निवास स्थान का पता या अन्य निजी जानकारियों को कॉमनेट बॉक्स में न लिखे। 
  5. अक्सर आप सभी सोशल साइट में ऐसे पोस्ट या चित्र देखते है जिसको देखर आपको कभी गुस्सा आता है या तो कई बार दुखी होते है तो ऐसे पोस्ट का उत्तर न दे। 
  6. सोशल नेटवर्किंग साइट पर किसी अनजान व्यक्ति के आये सन्देश का जवाब न दे हो सके तो ऐसे व्यक्ति को ब्लॉक कर दे, ब्लॉक करने का विकल्प आज कल हर सोशल प्लेटफार्म में दिया गया है। 
  7. अक्सर आप सभी ऐप्स और गेम खलेने के लिए अप्रमाणिक वेबसाइट से गेम डाउनलोड कर लेते है और गेम डाउनलोड करते वक़्त पूछी गयी हर एक जानकारी भर देते है जो की साइबर बुलिंग का कारण बन सकती है।   जब भी आप ऐप्स और गेम डाउनलोड करे तो हमेसा प्रामाणिक वेबसाइट से ही डाउनलोड करे। 
साइबर बुलिंग के शिकार होने पर क्या करे ?
अक्सर सोशल साइट का इस्तेमाल करने वाले लोग साइबर बुलिंग का शिकार होते रहते है, अब करे तो क्या करे, तो डरने की कोई बात नहीं है साहस और धैर्य से काम ले। 
  1. बुलिंग संदेश या पोस्ट का उत्तर न दे। यदि आपको किसी भी प्रकार का ऐसा सन्देश प्राप्त होता है या सोशल साइट पर ऐसी पोस्ट आती है जिससे आप क्रोधित हो सकते है तो ऐसे किसी भी पोस्ट या सन्देश का उत्तर न दे। 
  2. बुलिंग सन्देश या पोस्ट को सेव कर ले:- यदि आपको कोई ऐसे सन्देश या चित्र भेजता जिससे आपको वो डराता है, धमकाता है या भयभीत करता है तो ऐसे पोस्ट या सन्देश को सुरक्षित कर ले। यह इसलिए करे ताकि जब आप अपने माता पिता को बताये ये सब दिखा पाए और पुलिस में प्रथम सूचना रिपोर्ट लिखवाते समय साक्ष्य के रूप में इन सभी को दिखा सके। 
  3. बुलिंग सन्देश या पोस्ट प्राप्त होने अपर अपने माता पिता से जरूर बताये :-यदि आपको बुली करने वाले पोस्ट या संदेश प्राप्त होते है जिसमे आपको अपशब्द, घटिया, बुरे लगने वाले या तकलीफ देने वाली सामग्री है जिससे बुली करने वाला आपको डरा रहा है, धमका रहा है तो आप इसकी सूचना अपने माता पिता को अवश्य दे। 
  4. बुली व्यक्ति की पहचान करे की कौन है :- यदि कोई व्यक्ति आपको बुली पोस्ट या सन्देश भेजता है तो ऐसे व्यक्ति पहचान करे की वह व्यक्ति जानकार या अनजान व्यक्ति और वह आपको क्यों परेशान कर रहा है। 
  5.  बुली करने वाले को ब्लॉक कर दे :- यदि आपको कोई बुलिंग संदेश या पोस्ट भेज रहा है, तो ऐसे में आप उस व्यक्ति को अपने सोशल अकॉउंट से ब्लॉक कर रिपोर्ट कर दे। 
  6.  पुलिस को रिपोर्ट करे :- यदि आपको सोशल साइट पे डराने, धमकाने या भयभीत करने से सम्बंधित सन्देश या पोस्ट आते है, तो इसकी सूचना निकटतम पुलिस स्टेशन में जा कर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराये। 

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